Tuesday, May 14th, 2024

संकुल से प्राचार्य होंगे खत्म, एजुकेशन ऑफिसर संभालेंगे कुर्सी

 

 भोपाल। शिक्षा विभाग में वर्षों से चली आ रही संकुल केंद्रों की व्यवस्था अब खत्म होने की कगार पर आ गयी है। इनकी जगह एरिया एजुकेशन ऑफिसर नियुक्ति होंगे। स्कूल शिक्षा विभाग जून में यह प्रक्रिया शुरू कर सकता है। प्रदेश में करीब डेढ़ हजार संकुल केंद्र हैं। भोपाल में उनकी संख्या 48 है। एक संकुल केंद्र के में पांच सौ से हजार निजी एवं प्राइमरी स्कूल हैं। इसमें निरीक्षण एवं संचालन की जिम्मेदारी संकुल केंद्र के प्राचार्य की होती है। 

एक शाला-एक परिसर योजना के बाद मुक्त हुए सीनियर हेडमास्टर या लेक्चरर को एईओ का प्रभार सौंपा जा सकता है। लोक शिक्षण संचालनालय ने इस पद के लिए अगस्त 2013 में अध्यापक एवं हेडमास्टरों से आवेदन मांगे थे। इसके बाद परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने गड़बड़ी के आरोप लगाए थे।सुप्रीम कोर्ट ने आदेश में कहा था कि राज्य सरकार चाहे तो नए सिरे से विज्ञापन जारी कर एईओ की भर्ती करा ले। साथ ही यह हिदायत भी दी है कि पुराने अभ्यर्थियों और सरकार के खिलाफ  याचिकाएं लगाने वालों के साथ किसी तरह का भेदभाव न किया जाए, लेकिन अब तक शिक्षा विभाग इस पर कोई निर्णय नहीं ले सका है।

सितंबर 2013 में आयोजित हुई थी परीक्षा 

सरकार ने राज्य शिक्षा सेवा के तहत 3 हजार एईओ की भर्ती के लिए 8 सितंबर 2013 को व्यापमं के माध्यम से ऑनलाइन परीक्षा कराई थी। इसका रिजल्ट 10 सितंबर 2013 में घोषित किया गया था, जिसमें 80 फीसदी अध्यापक और 20 फीसदी प्रधानाध्यापक एवं यूडीटी शिक्षक सफल रहे थे। इसमें लिखित परीक्षा 75 अंक की थी और अनुभव के 25 अंक थे। सरकार ने अभ्यर्थियों के लिए प्रतिवर्ष अनुभव के 2 अंक निर्धारित किए गए थे। प्रधानाध्यापक और यूडीटी शिक्षकों ने अध्यापकों की भर्ती का विरोध किया था। 

ये है योजना

शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए मिडिल एवं प्राइमरी स्कूलों के लिए एईओ की नियुक्ति की जाना थी। योजना अनुसार एईओ को वो सारे अधिकार दिए जाने थे, जो डीपीसी के हैं। इसी के साथ उसके अधिकारी भी बढ़ाने की बात कही जा रही थी, वहीं स्कूलों के निरीक्षण कार्य के लिए अलग से (एडीआई) की नियुक्ति की जाना थी। 

एक एईओ पर 40 से 50 संकुलों की जिम्मेदारी

2013 में राज्य शिक्षा सेवा के गठन में एईओ के पद का सृजन हुआ है। प्रत्येक 40-50 स्कूल पर एक एईओ तैनात होगा। उसका काम शालाओं की मॉनिटरिंग का होगा। इस पद पर अध्यापक यूडीटी की नियुक्ति की जाना है। अभी तक संकुल केंद्र के प्राचार्य  स्कूलों की मॉनिटरिंग का काम करते हैं। एईओ की नियुक्ति के बाद प्राचार्य की जिम्मेदारी से मुक्त हो जाएंगे। 

 

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